Biswajit Chatterjee Flashback Story: 70 के दशक का मोस्ट चार्मिंग हीरो के ओवर कॉन्फिडेन्स ने पीक पर किया था करियर बर्बाद’ आइए जानते हैं उनके बारे में…
Biswajit Chatterjee 1 Mistake Ruined His Career: 70 के दशक में हिंदी सिनेमा के ‘हैंडसम हंक और ‘रोमांस के किंग’ अभिनेता बिश्वजीत चटर्जी (Bollywood Most Handsome Hero) ने अपने समय में कई सुपरहिट फिल्में की हैं. बिश्वजीत चटर्जी ने अपनी एक्टिंग से दर्शकों को अपना दीवाना बना दिया था. आज भी फैंस उनकी एक्टिंग और उनकी कई यादगार फिल्मों को नहीं भूल पाए हैं. आज भी फैंस उनकी फिल्मों को उसी सिद्दत से देखते हैं. बता दें बिस्वजीत चटर्जी एक्टर के साथ-साथ एक निर्देशक भी थें. एक वक्त था जब अभिनेता फिल्मी दुनिया में राज करते थें. जितनी पहले देखा करते थे लेकिन क्या आप जानते है कि जब वह अपने करियर के पीक पर थे तब उन्होंने अपने दोस्त की बातों में आकर ऐसी लगती कर बैठे थे, जिससे उनका चमकता करियर बर्बाद हो गया था. आइए जानते हैं क्या थी उनकी गलती…
हिन्दी सिनेमा में Biswajit Chatterjee की शुरुआत
हिन्दी सिनेमा के जाने माने अभिनेता बिश्वजीत चटर्जी (Biswajit Chatterjee) ने अपने एक्टिंग से करियर की शुरुआत बांग्ला फिल्मों से की थी. बांग्ला फिल्मों से अपने करियर के शुरुआत करने के बाद साल 1962 में अभिनेता ने हिंदी फिल्मों में अपना कदम रखा और अपने एक्टिंग करियर को एक नए मोड़ दिया. बिश्वजीत चटर्जी ने अपने दौर में दर्शकों पर ऐसा जादू चलाया कि वह कुछ वक्त में ही सुपरस्टार बन गए. लेकिन अभिनेता की एक छोटी सी गलती ने उनका बना बनाया करियर बर्बाद कर दिया था.
बिस्वजीत के यादगार किरदार
बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार बिश्वजीत चटर्जी ने अपने एक्टिंग करियर में कई ब्लॉकबस्टर फिल्में की और कई बेहतरीन किरदार को निभा कर दर्शकों के दिलों पर राज करने लगे थे. बिश्वजीत चटर्जी ने साल 1964 में आई फिल्म ‘कोहरा’ (Kohraa) में राजा अमित कुमार सिंह, साल 1965 में आई फिल्म ‘मेरे सनम’ (Mere Sanam) में रमेश कुमार, साल 1967 में आई फिल्म ‘नाइट इन लंदन'(Night in London) में जीवन, साल 1968 में आई फिल्म ‘दो कलियां’ (Do Kaliyaan) में शेखर और साल 1995 में आई फिल्म ‘किस्मत’ (Kismat) में विक्की, जैसे ऐसे कई किरदार निभाए हैं जो दर्शकों के लिए यादगार बन गए हैं. आज भी उनके किरदार दर्शकों के जहन में बसते हैं. फैंस उनके किरदारों को भूल नहीं पाए हैं.
View this post on Instagram
इन अभिनेत्री के साथ नजर आए थे Biswajit Chatterjee
अभिनेता बिश्वजीत चटर्जी 90 के दशक में कई दिग्गज अभिनेत्रियों जैसे आशा पारेख (Asha Parekh) वहीदा रहमान (Waheeda Rehman) मुमताज (Mumtaz) माला सिन्हा (Mala Sinha) और राजश्री (Rajshree) के साथ काम किया है. उस दौर में बिश्वजीत इन एक्ट्रेस के साथ काफी पसंद किए गए थे.
बंगाली होने के बावजूद भी Biswajit Chatterjee का हिंदी सिनेमा पर चला जादू
बता दें, अभिनेता बिश्वजीत चटर्जी के पिता आर्मी में डॉक्टर थे. उनके पिता नहीं चाहते थे कि बिश्वजीत एक्टर बने. पिता की मर्जी के खिलाफ बिश्वजीत चटर्जी शुरुआत से ही थिएटर करते आ रहे थे. उन्होंने महज दस साल के उम्र से ही अपने करियर की शुरुआत कर दी थी. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बंगाली फिल्मों से की था. बंगाली फिल्मों मे काम करने और बंगाली होने के बावजूद भी एक्टर की हिंदी भाषा में बहुत अच्छी पकड़थी. अपनी एक्टिंग के दम पर बिश्वजीत ने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी अलग जगह बनाई. वह अपने एक्टिंग के दम पर बॉलीवुड के किंग ऑफ रोमांस बन गये.
एक गलती पड़ गई थी उनके करियर पर भारी..
70 के दशक में अभिनेता बिश्वजीत चटर्जी फिल्मों में उनकी एक्टिंग और रोमांस को देख दर्शकों उन पर जान देते थे. एक वक्त ऐसा था, जब अभिनेता का करियर पीक पर था. उस वक्त बिश्वजीत चटर्जी जिस फिल्म में हाथ डालते वो फिल्म सिनेमाघरों में सुपरहिट साबित हो जाती थी. उनके फिल्म के गाने भी सदाबहार बन जाते थे. एक वक्त ऐसा आया जब उन्हें अपने आप पर इतना यकीन होने लगा था कि वो जिस काम को भी करेंगे वो काम दर्शकों को पसंद आएगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसी समय में एक्टर के एक दोस्त ने उन्हें एक्टिंग के साथ-साथ प्रोड्यूसर बनने की सलाह दिया था. इसके बाद अपने दोस्त की बात मान कर बिश्वजीत चटर्जी ने अपनी मेहनत से कमाए हुआ सारा पैसा अपनी फिल्मों को बनाने में लगाना शुरू कर दिया. इसके बाद साल 1975 में ‘कहते हैं मुझको राजा’ (Kehte Hain Muzko Raaja) फिल्म का निर्माण और प्रोडक्शन किया. इस फिल्म में एक्टिंग के साथ बिश्वजीत चटर्जी निर्देशक, गायक और निर्माता भी बने लेकिन एक्टर का ये डिसीजन उनके लिए बहुत गलत साबित हुआ. देखते ही देखते बिश्वजीत चटर्जी का करियर बर्बाद होने लगा. जिसके बाद अभिनेता ने दोबारा एक्टिंग में कदम रखा, लेकिन वो असफल रहे.
Editor