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Amjad Khan Kissa: जब अमजद खान फिल्म सेट पर लेकर पहुंचे गए थे भैंस और फिर जो हुआ….

Amjad Khan life Story: ‘यहां पचास पचास कोस दूर गांव में जब बच्चा रात में रोता है,तो माँ कहती है सो जा बेटा नही तो गब्बर (Gabbar) आ जायेगा’ यह डायलॉग आज भी दर्शकों के दिलों दिमाग में कायम है. ‘शोले’ फिल्म में ‘गब्बर’ की भूमिका को अमजद खान (Amjad Khan) ने अपना किरदार इतनी शिद्दत से निभाया कि लोग आज भी उनके अभिनय के कायल है. वह आज भी अपने फैंस के दिलों में जिंदा है. क्या आप जानते है कि अमजद खान चाय के बहुत बड़े शौकीन (Tea Lover) थे. जिसके चलते एक बार वह अपने फिल्म के सेट पर भैंस लेकर चले गये थे. क्या है वह किस्सा आइये आपको बताते है….
Amjad Khan
Amjad Khan with Sholey film starcast

अमजद खान के पिता थे 30 के दशक के मशहूर अभिनेता

बॉलीवुड के मशहूर विलेन का जन्म 12 नवंबर 1940 को पाकिस्तान के पेशावर में हुआ था. 1947 के बाद वह अपने परिवार के साथ मुंबई आ गये थे. उनके पिता जयंत 1930 दशक के मशहूर एक्टर हुआ करते थे. उन्हें एकटिंग के गुण अपने पिता से विरासत में मिले थे. अमजद खान (Amjad Khan) ने 11 साल की उम्र में बतौर बाल कलाकार ‘नाजनीन’ फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की थी.
दिलचस्प बात यह है कि इस फिल्म में अमजद खान के पिता जयंत (Jayant) मुख्य भूमिका में थे. इसके बाद वह 1957 में राज कपूर (Raj Kapoor) के द्वारा बनाई गई फिल्म ‘अब दिल्ली दूर नही’ (Ab Delhi Dur Nhi) में नजर आये. इसके बाद अमजद खान फ़िल्म प्रेमी बनते चले गये.

‘गब्बर’ थे सलीम खान की खोज

सलीम खान अमजद खान के पिता के दोस्त हुआ करते थे अक्सर वह अमजद के घर जाते रहते थे. सलमान खान के पिता सलीम खान अपनी फिल्म शोले में गब्बर के लिए नए चेहरे की तलाश कर थे. फ़िल्मों के साथ-साथ अमजद खान थियेटर से भी जुड़े थे. सलीम खान ने अमजद को एक नाटक में अभिनय करते देखा तो वह उनसे बहुत प्रभावित हुए.
इसके बाद सलीम ने अमजद खान से कहा कि वह अपनी फिल्म के लिए एक नए चेहरे को ढूंढ रहे है. तुम्हें आकर ऑडिशन देना होगा. इस फिल्म को रमेश शिप्पी जी निर्देशित कर रहे हैं. अमजद ने ऑडिशन दिया और शोले फिल्म में गब्बर के रोल के लिए सेलेक्ट हो गये.

एक डायलॉग की वजह से पूरी रात रोये थे Amjad Khan

हालांकि गब्बर का रोल सबसे पहले डैनी को ऑफर किया गया था लेकिन डैनी पहले से ही किसी दूसरी फिल्म में काम कर रहे थे इसलिए डेट नही होने के कारण उन्होंने इस फिल्म के लिए मना कर दिया. कहा जाता है कि अमजद खान की आवाज का लोग मजाक उड़ाया करते थे. सभी लोग उन्हें ताना मारते थे कि अमजद खान की आवाज में दम नही है. वह अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र और संजीव कुमार जैसे कलाकारों के सामने टिकना बहुत मुश्किल है. अपनी डायलॉग डिलीवरी से वह खुद भी बहुत दुखी थे.

 

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उन्हें अपना फेमस डायलॉग “कितने आदमी थे” को बोलने में 40 रीटेक लगे थे. फिर भी वह उस डायलॉग को नही बोल पा रहे थे. इसलिए फिल्म निर्देशक ने उन्हें आराम करके आने को कहा. अपने रोल को परफेक्ट बनाने के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की. लेकिन जैसे ही वह कैमरे के सामने आये अपने सारे डायलॉग भूल गये. इस बात से वह इतने दुखी हुए कि वह पूरी रात रोते रहे.

अमजद खान के पिता नही देख पाये उनकी सबसे हिट फिल्म

अगले दिन वह शूटिंग पर गये तो उन्होंने कुछ ही टेक में अपने सीन को पूरा कर लिया था. शोले (Sholey) फिल्म को लेकर अमजद खान (Amjad Khan) की एक इच्छा थी कि शोले फिल्म में काम करते  हुए उनके पिता उन्हें देखे. शायद उनकी किस्मत को यह मंजूर नही था. फिल्म की रिलीज से लगभग 3 महीने पहले ही उनके पिता का देहांत हो गया और उनकी यह इच्छा हमेशा ही अधूरी रही.

चाय के शौकीन अमजद सेट पर लेकर पहुंचे गये थे भैंस

कहा जाता है कि अमजद खान (Amjad Khan) को चाय पीने का बहुत ज्यादा शौक था. वह दिन में कम से कम 35-40 कप चाय पीते थे. उनकी इस आदत से स्टाफ बहुत परेशान रहता था क्योंकि सेट का सारा दूध अमजद खान की चाय में ही खत्म हो जाता था. जब उन्हें टाइम पर चाय नही मिलती थी तो वह बेचैन हो उठते थे.
एक बार अमजद प्रथ्वी थिएटर में नाटक का रिहर्सल कर रहे थे तो उन्हें वक्त पर चाय नही मिली. उन्होंने वहां मौजूद लोगों से इसका कारण पूछा तो पता चला कि दूध नही है. अगले दिन जब वह सेट पर पहुचे तो अपने साथ एक भैंस लेकर गए और उस भैंस को सेट पर बांध दिया. उन्होंने चाय बनाने वाले को अपने पास बुला कर कहा कि “चाहे कुछ भी हो जाये लेकिन मेरी चाय नही रुकनी चाहिए.”

जब Amjad Khan को शोले फिल्म से निकालने की उड़ी अफवाह

दरअसल शोले (Sholey) फिल्म की शूटिंग के दौरान खबरे आने लगी कि अमजद (Amjad Khan) का काम ठीक नही है इसलिए उन्हें फिल्म से निकाल दिया जा सकता है. फिल्म फ्लॉप होने के डर से सलीम (Saleem Khan) ने शोले फिल्म के निर्देशक रमेश सिप्पी (Ramesh Shippi) से कहा कि अगर वह अमजद खान के काम से संतुष्ट नहीं हैं तो यह रोल किसी और को दे सकते हैं.
हालांकि रमेश सिप्पी अमजद खान के साथ ही इस रोल को करना चाहते थे. इस बात का पता अमजद खान को भी लग गया था. वह मन ही मन इस बात से बहुत दुखी हुए कि जिस इंसान ने इस फिल्म में मेरा नाम सुझाया वही फिल्म से निकलवाना क्यों चाहते हैं. यह गलतफहमी हमेशा के लिए अमजद खान के मन घर कर गई. शोले के बाद फिर कभी भी उन्होंने सलीम खान के साथ काम नही किया.

एक्सीडेंट की वजह से बर्बाद हो गई थी Amjad Khan जिंदगी

फिल्म शोले (Sholey) की रिलीज से कुछ दिन बाद ही अमजद खान (Amjad Khan) एक सड़क दुर्धटना का शिकार हो गये थे. दरअसल वह अपनी अगली फिल्म ‘द ग्रेट गैम्बलर’ (The Great Gambler) की शूटिंग के लिए गोवा जा रहे थे. तभी उनकी फ्लाइट मिस हो गई थी. उन्होंने अपनी कार से जाने का फैसला किया. तभी रास्ते में उनकी कार को एक ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी थी.
इस हादसे में वह बहुत बुरी तरह घायल हो गये थे. जिसमे उनके शरीर की कई हड्डियां टूट गई थी. इलाज के दौरान अमजद खान कोमा में चले गये थे. हालांकि कुछ दिन बाद वह ठीक भी हो गये थे. लेकिन दवाइयों के रिएक्शन की वजह से उनका वजन बढ़ गया. वजन बढ़ने की वजह से वह ढंग से चल-फिर भी नही पाते थे.

खुद को अपनी हालत का जिम्मेदार मानते थे Amjad Khan

एक इंटरव्यू के दौरान अमजद खान (Amjad Khan) ने खुलासा किया था कि वह खुद अपनी हालत के जिम्मेदार हैं क्योंकि खुदा ने उन्हें यह सजा दी है. दरअसल उन्होंने फिल्म शोले के सुपरहिट होने की दुआ मांगी थी कि अगर यह फिल्म सुपरहिट हो गई तो वह एकटिंग करना छोड़ देंगे. फिल्म सुपरहिट हो गई इसके बावजूद उन्होंने फ़िल्मों में काम करना जारी रखा. उनका मानना था कि उन्होंने अल्लाह से किया हुआ वादा पूरा नही किया जिसकी वजह से उन्हें यह सजा मिली है. 1992 में 27 जुलाई के दिन 52 साल की उम्र में हार्ट अटैक के चलते अमजद खान की मौत हो गई.

Chandani Chaurasia

Editor

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