Mayuri Kango Lifestory: ‘Google Girl’ कहलाने वाली एक्ट्रेस मयूरी कांगों अचानक क्यों हुईं हिन्दी सिनेमा से गायब, जानिए वजह…
Mayuri Kango Unknown Facts: बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री की बेहद ही खुबसूरत एक्ट्रेस मयूरी कांगों बड़े पर्दे पर आईं और आते हर किसी को अपना दिवाना बना ली थीं. अभिनेत्री मयूरी कांगों की एक्टिंग, आंखों की सुंदरता और उनकी खूबसूरती के लोग दिवाने हो गए थें. एक्ट्रेस की सुंदरता और उनकी मुस्कान ने लोगों के दिलों को घायल कर दिया था. लेकिन क्या आप जानते हैं की एक्ट्रेस अचानक हिन्दी सिनेमा को अलविदा क्यों कह गई थीं अगर नहीं तो चलिए आज रूबरू कराते हैं उनकी लाइफ से जुड़ी दिलचस्प स्टोरी के बारे में…
साल 1996 में रिलीज हुई फिल्म ‘पापा कहते हैं’ (Papa Kahte Hain) भले ही सिनेमाघरों में कोई खास कमाल कर नहीं पाई, लेकिन इस फिल्म का एक सॉन्ग ‘घर से निकलते ही’ (Ghar Se Nikalte Hi) आज भी लोगों के जहन में बस्ता है. महेश भट्ट (Mahesh Bhatt) के डायरेक्शन में बनी ये फिल्म लोगों पर कोई जादू नहीं किया, लेकिन फिल्म ‘पापा कहते हैं’ का सॉन्ग और अभिनेत्री मयूरी कांगों बड़े हमेशा-हमेशा के लिए लोगों के दिलों में अपनी एक अलग जगह बना लिया था. आइए जानते हैं एक्ट्रेस के लाइफ से जुड़ी चंद किस्सों के बारे में…
Mayuri Kango डेब्यू फिल्म
साल 1982 में महाराष्ट्र (Maharashtra) के औरंगाबाद (Aurangabad) में जन्मी अभिनेत्री मयूरी कांगो ने साल 1996 में आई फिल्म ‘पापा कहते हैं’ (Papa Kahte Hain) हिन्दी सिनेमा में कदम रखीं और रातों-रात स्टार बन गईं, इस फिल्म में अभिनेत्री के अपोजिट जुगल हंसराज (Jugal Hansraj) नजर आए थें.
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ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर भले कोई खास सक्सेस नहीं हुई लेकिन इस फिल्म के जरिए दोनों ही कलाकार एक्ट्रेस मयूरी कांगो और एक्टर जुगल हंसराज अपनी एक पहचान बनाने में कामयाब रहे थें. इस फिल्म में एक्ट्रेस बेहद ही मासूम लड़की के किरदार में नजर आई थीं. उस वक्त एक्ट्रेस की एक्टिंग और नीली आंखों की खूबसूरती दर्शकों पर इस कदर छाई थीं की हर कोई उनका दिवाना था.
मयूरी कांगो ने हिन्दी सिनेमा में महेश भट्ट की फिल्म से बतौर लीड रोल पर्दे पर नजर आई और रातों-रात इंडस्ट्री में शुमार हो गई थीं. लेकिन इस मूवी के बाद एक्ट्रेस को कोई खास रोल हासिल नहीं हुआ और वो छोटे-मोटे किरदार में फिल्म इंडस्ट्री में काम करती रहीं, लेकिन अभिनेत्री मयूरी कांगो की किस्मत किस्मत इतनी खराब रही की उनकी कई फिल्में रिलीज ही नहीं हो पाईं.
आखिर क्यों मयूरी ने हिन्दी सिनेमा को किया अलविदा
बता दें, भारतीय सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री मयूरी कांगो ने अपने करियर में ‘बेताबी’ (Betaabi), ‘होगी प्यार की जीत’ (Hogi Pyaar Ki Jeet), ‘बादल’ (Badal),
‘पापा द ग्रेट’ (Papa The Great), ‘जंग’ (Jung), ‘वामसी’ (Vamsi), ‘जीतेंगे हम’ (Jeetenge Hum), ‘नसीम’ (Naseem) समेत कई फिल्मों में नजर आईं, लेकिन मयूरी कांगो को साल 1996 में आई फिल्म ‘पापा कहते हैं’ (Papa Kahte Hain) जैसी शोहरत इन फिल्मों से नहीं मिला, जिसकी वजह से उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री को हमेशा के लिए छोड़कर इन स्टारडम और लाइमलाइट से दुर हो गईं.
मयूरी कांगो लाइफ स्टोरी
बता दें, हिन्दी सिनेमा के नीली आंखों वाली अभिनेत्री मयूरी कांगो ने अपने करियर में कईं फिल्मों में काम कर काफी शोहरत हासिल करने के बावजूद फिल्मी दुनिया को अचानक से अलविदा करने के बाद साल 2023 में उन्होंने एनआरआई आदित्य ढिल्लन (Aditya Dhillon) के संग शादी के पवित्र बंधन में बंध गईं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शादी के बाद एक्ट्रेस न्यूयॉर्क (New York) में शिफ्ट हुईं.
इसके बाद अभिनेत्री ने न्यूयॉर्क मार्केटिंग (Marketing) से एमबीए (MBA) किया, करीब 8 साल न्यूयॉर्क में बिताने के बाद वो इंडिया वापस आईं और अपनी फैमिली के साथ गुड़गांव (Gurugram) में सेटल हो गईं. इसके बाद गुड़गांव में उन्होंने कुछ वक्त Publicis Groupe को जॉइन किया और फिर बाद में एक्ट्रेस ने इंडस्ट्री हेड के तौर गूगल इंडिया (Google India) को जॉइन किया, बताते चले, एक्ट्रेस मयूरी कांगो का एक बेटा हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, वो अब गुड़गांव में अपने परिवार के सेटल हैं.
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